Home / उत्तर प्रदेश / पत्नी व ससुराल वालों के उत्पीड़न के शिकार मो. इस्लाम की मौत के बाद भी नहीं मिला न्याय

पत्नी व ससुराल वालों के उत्पीड़न के शिकार मो. इस्लाम की मौत के बाद भी नहीं मिला न्याय

बहू से परेशान सास ने पहले भी राज्यपाल से लगाई थी न्याय की गुहार, फिर लिखा पत्र

बेटों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने का आरोप: 6 लाख रुपए मांगे जा रहे थे

उत्पीड़न के शिकार मानसिक रुप से बीमार इस्लाम के पैर भी हो गए थे खराब

दिसंबर 1,लखनऊ: पति एवं ससुराल वालों के उत्पीड़न से पीड़ित महिला व उसके परिवार वालों की तो आसानी से हर जगह सुनवाई हो जाती है। वहीं महिलाओं से संबंधित अपराध व उन्हे परेशान करने के मामले में सख्त कानून भी हैं, पर पत्नी व उसके परिजनों से पीड़ित पति व उसके घरवाले अपनी व्यथा लेकर किसके पास जाएं ? उसकी जल्दी कहीं सुनवाई ही नहीं होती। ऐसे ही एक गंभीर मामले में न्याय की आस लगाए पीड़ित मो० इस्लाम की जान तक चली गई, इसके बाद भी उसके परिवार की न तो कहीं सुनवाई हो रही है और न ही अभी तक न्याय मिला है।

पुराने लखनऊ के बाजारखाला थाना क्षेत्र के विक्टोरिया स्ट्रीट, पुराना हैदरगंज निवासी फाईमा खातून के पुत्र मो० इस्लाम की शादी पत्थर वाली गली, नई बस्ती, मशकगंज (वजीरगंज) निवासी जमाल अहमद की पुत्री जुलेखा बानो से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही जुलेखा मायके में रहने लगी और व तथा उसके भाई मैनुद्दीन और सामुद्दीन उन्हे तथा उनके बेटों को फर्जी शिकायतें कर पुलिस के जरिए आए दिन प्रताड़ित करवाते रहते हैं। इन लोगों ने भरण-पोषण, घरेलू हिंसा व दहेज प्रताड़ना आदि का फर्जी मुकदमा भी कर रहा है, जो न्यायालय में विचाराधीन है। मो० इस्लाम के भाई मो० इमरान के अनुसार उनकी सगी खाला की लड़की जुलेखा बानो से से उनके भाई मो० इस्लाम की शादी 2012 में हुई थी। शादी के तीन महीने बाद ही जुलेखा अपने घर जाकर रहने लगी और व तथा उसके भाई एवं मां मेरे भाई एवं मेरे परिवार के लोगों को आए दिन फर्जी शिकायतें कर पुलिस के जरिए प्रताड़ित करवाते रहते।

जुलेखा के घरवाले मुकदमा वापस लेने के नाम पर लाखों रुपए की मांग कर रहे थे। मो० इमरान के अनुसार पुलिस झूठी शिकायत के आधार पर उन्हे, उनके भाई, बहनोई व चच्चा को परेशान करती रहती है। उनके भाई मो० इस्लाम ससुराल वालों की प्रताड़ना के चलते मानसिक रुप से बीमार हो गए तथा तनाव से उनके पैर भी खराब हो गए और तनाव के चलते डिप्रेशन के शिकार मो० इस्लाम की आखिरकार मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 19 नवंबर को मृत्यु हो गई। मो० इस्लाम की मां फाईमा खातून ने इस्लाम की मृत्यु से पहले भी प्रदेश की राज्यपाल को 26 सितंबर 2020 को पत्र भेजकर न्याय की गुहार भी लगाई थी। अब फाईमा खातून ने एक बार फिर 27 नवंबर को राज्यपाल को पत्र भेजकर न्याय एवं बेटे की मौत के जिम्मेदार जुलेखा व उसके घर वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए तथा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।

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