
जी हां, एमएस धोनी ने टेरिटोरियल आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में नियुक्ति हासिल की थी, और उन्होंने इसके बाद कई बार यह कहा है कि अगर देश को उनकी जरूरत पड़ी तो वह अपनी सेना की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं। वह 2011 में भारतीय सेना के टेरिटोरियल आर्मी में शामिल हुए थे और 2019 में उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई थी। उनका यह कदम उनके देश के प्रति समर्पण और प्यार को दर्शाता है। वही दुसरी तरफ भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने रेगुलर आर्मी की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के मुताबिक अब रेगुलर आर्मी अपनी सहायता के लिए टेरिटोरियल आर्मी को बुला सकती है। रक्षा मंत्रालय की अधिसूचना के जारी होते ही अब सेना प्रमुख को अधिकार होगा कि वह टेरिटोरियल आर्मी को अपने हिसाब से मदद के लिए सैन्य कार्रवाई में शामिल कर सके। वहीं, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। यानी अब अगर पाकिस्तान के खिलाफ बात आगे बढ़ी तो एमएस धोनी को भी तैयार रहना होगा।