संत कबीर नगर से सांसद रहे शरद त्रिपाठी का आपने वह वीडियो देखा होगा जिसमें वह अपनी ही पार्टी के एक विधायक को भरी सभा में जूते से पीटते हुए दिखाई दिए थे इस वीडियो को लेकर भारतीय जनता पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी जिसके एवज में बीजेपी ने अपने सांसद शरद त्रिपाठी का संत कबीर नगर से टिकट काट दिया था लेकिन बाद में उनके पिता रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया से लोकसभा का टिकट दिया यहां से चुनाव जीतकर रमापति राम त्रिपाठी संसद पहुंचे लेकिन अब पिताजी भी अपने बेटे के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं
दरशल 19 तारीख की रात ओ बीजेपी के एक पार्षद आशुतोष तिवारी की सांसद जी ने अपने देवरिया स्थित आवास में पिटाई कर दी पार्षद का कहना है कि वह 15 साल से बीजेपी का कार्यकर्ता है और नगर पंचायत में बने एक का हाल नामकरण का प्रस्ताव उसने भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया था जिसे बदलकर स्वर्गीय सांसद डॉ मोहन सिंह के नाम पर कर दिया गया जिसका उसने विरोध दर्ज कराया था इस मामले को लेकर सांसद जी की तरफ से उसे प्रस्ताव वापस लेने का दबाव बनाया गया और ना मानने पर सांसद जी ने अपने आवास पर बुलाकर पार्षद आशुतोष तिवारी की पिटाई कर दी
आशुतोष तिवारी ने इस मामले में एक शिकायती पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा है और सांसद रमापति राम त्रिपाठी से अपने वह अपने परिवार की सुरक्षा की मांग मुख्यमंत्री से की है
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर तमाम बड़े नेताओं को भी पार्षद ने पत्र लिखा है फिलहाल अब देखना है कि सांसद जी द्वारा पार्षद की पिटाई का क्या परिणाम निकलता है हालांकि सांसद जी साफ तौर से इस पूरे मामले से मुकर ते हुए दिखाई दे रहे हैं उनका कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ