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महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 88 वें संस्थापना समारोह में गोरखपुर आये सीडीएस विपिन रावत

गोरखपुर

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का आज 88वां संस्थापक सप्ताह समारोह शुरू हो रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ, जनरल विपिन रावत आज सुबह महाराणा प्रताप इंटर कालेज के प्रांगण में पहुचें और ध्वजारोहण किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में जनरल विपिन रावत ने महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में नए बने सभा मंच तथा मंच पर मौजूद ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ, महंत अवेद्यनाथ, महाराणा प्रताप और गुरु गोरखनाथ की मूर्तियों का लोकार्पण किया।

जनरल विपिन रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारा देश अब नए भारत के रुप में उभर कर सामने आने वाला है। बच्चे हमारे भविष्य है और देश कैसे उन्नति करेगा यह इनके ऊपर निर्भर करता है। आपकी सोच को ऊँचा रखिये, तारों तक पहुचने की सोच से ही आप चाँद तक पहुँच पाएंगे।

जनरल विपिन रावत ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोज की दिनचर्या में अगर आगे कोई मुसीबत नही पड़ रही है तो आप गलत रास्ते पर हैं। हम सबमें कुछ गुण और अवगुण होते हैं। आपको अपने गुणों को आगे बढ़ाना है। हम जब स्कूल में होते हैं तो किसी को अपना आइकॉन मानते हैं। पर जिसको आप अपना आइकॉन मानते हैं वो सही मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति हो।

पिछले साल तक इस कार्यक्रम में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद से जुड़ी 46 अधिक संस्थाओं के 10,000 से अधिक बच्चे शामिल हुआ करते थे लेकिन इस बात को भी की वजह से बच्चों की संख्या 1000 रखी गई है और इस बार कोविड के नियमों का पालन करते हुए रैली निकाली गई।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में कहा कि इस वर्ष देश ने अनेक उपलब्धियां हासिल की। हमारी रक्षा सेनाएं देश की सीमाओं की रक्षा पूरी मजबूती के साथ कर रही है। कहीं भी देश के अंदर कोई कमजोरी ना देखने को मिले, पग-पग पर भारत की रक्षा सेनाएं किस मजबूती के साथ भारत के गौरव को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है वो अभिनंदनीय है।

सीएम ने कहा कि इस देश में इस वर्ष अनेक अन्य उपलब्धियां हासिल की हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रारंभ इसी वर्ष शुरू हुआ और यह प्रयास भारत की जनता का था जिसके सपने को लगभग 500 साल बाद साकार किया देश के सबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने। इस देश को एक लंबे समय के बाद, लगभग 34 वर्ष के बाद एक नई शिक्षा नीति राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में मिली है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति केवल ज्ञान के सैद्धांतिक पक्ष को ध्यान में रखकर के नहीं बनाई गई है बल्कि ज्ञान का व्यावहारिक जीवन में क्या महत्व होता है इसका को भी ध्यान में रखकर के राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गठन किया गया है।

आज से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम को 1 सप्ताह तक चलाया जाएगा और 10 तारीख को उसका समापन होगा। समापन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर से शामिल होंगे और 7 दिनों में होने वाले तमाम कार्यक्रमों में विजयी छात्रों को पुरस्कार देंगे।

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