उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपनी टीम 9 की बैठक में स्वास्थ कर्मियों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत कोविड में ड्यूटी करने वाले स्वस्थ कर्मियों को 25 प्रतिशत ज्यादा मनोदय योगी सरकार देगी। इसका सीधा फायदा कोविड के दौरान ड्यूटी कर रहे चिकित्स्कों व पैरामेडिकल स्टाफ को मिलेगा
वैसे कुछ दिनों पहले लखनऊ के अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमे एक चिकित्साकर्मी ये बता रहा था की उन्हें तीन महीने से सेलरी नहीं मिली जबकि वो लगभग एक महीने से कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रह है। थोड़ा सा काम इसपर भी सर्कार को करने की जरुरत है क्योकि अधिकांश मेडिकल कालेजों और अस्पतालों में बहुत से स्टाफ आउटसोर्सिंग से रखे गए है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से इस सम्बन्ध में जो प्रेस नोट जारी किया है वो इस तरह से है –
कोविड से संबंधित कार्यों में संलग्न सभी स्वास्थ्यकर्मियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सरकार ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन स्वरूप अतिरिक्त मानदेय प्रदान करेगी।अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा।इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा। यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा। मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों, अनुभवी चिकित्सकों, एक्स सर्विस मैन के अनुभवों का भी लाभ लिया जाए, उन्हें भी कोविड कार्य से जोड़ा जाए। सभी को नियमानुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में यथाशीघ्र आदेश जारी कर दिया जाए।