
करोना के चलते पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है प्रतिदिन करीब 400000 नए केस सामने आ रहे हैं लिहाजा देश के मौजूदा हालात से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कई अहम सुझाव दिए हैं सुप्रीम कोर्ट ने वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार को लॉकडाउन लगाने की सलाह दी है इसके अलावा माननीय उच्च न्यायालय ने कोविड-19 की खरीद पॉलिसी को भी फिर से रिवाइज करने को कहा है कोर्ट ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो सार्वजनिक स्वास्थ्य के अधिकार में बाधा उत्पन्न होगी जो संविधान के अनुच्छेद 123 का एक अभिन्न अंग है एक अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ नागेश्वर राव एस रविंद्र भट्ट की बेंच ने यह भी कहा कि लॉकडाउन लगाने से पहले सरकार यह भी सुनिश्चित करें इसका सामाजिक और आर्थिक प्रभाव कम पढ़े कोर्ट के मुताबिक जिन लोगों पर उनका असर पड़ रहा है उनके लिए खास इंतजाम किए जाएं हो गए हैं
पूरे देश में इन दिनों अस्पतालों को लेकर मारामारी जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं लोग हॉस्पिटल में बेड न मिलने की शिकायत कर रहे हैं ऐसे में माननीय उच्च न्यायालय ने केंद्र को हॉस्पिटल में दाखिले के लिए नई राष्ट्रीय नीति बनाने की सलाह दी है कोर्ट ने यह नीति दो हफ्ते के अंदर बनाने को कहा है उच्च न्यायालय के मुताबिक किसी भी स्थानीय आवासीय प्रमाण और पहचान पत्र की कमी के लिए अस्पताल में भर्ती व आवश्यक दवाओं से वंचित किसी भी नागरिक को नहीं किया जाएगा
वैक्सीन की खरीद पर भी कोर्ट ने दी सलाह पिछले 20 अप्रैल को केंद्र सरकार ने का वैक्सीन की खरीद को लेकर रिवाइज पॉलिसी का एलान किया था केंद्र सरकार ने कहा था कि वह सिर्फ़ 50 फ़ीसदी ही वैक्सीन की खरीद करेगा जबकि बाकी बचे 50% वैक्सीन पर अब सीधे राज्य और प्राइवेट कंपनी महंगी दरों पर खरीद सकेंगे लेकिन सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की पीठ ने सुझाव दिया है कि को की खरीद को केंद्रित किया जाए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के भीतर वितरण को विकेंद्रित किया जाए
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य दोनों को अगले 6 महीने के लिए वैक्सीन स्टॉक की मौजूदा और अनुमानित उपलब्धता के बारे में जानकारी देने को कहा है टीकाकरण की कीमत निर्धारण में हस्तक्षेप न करने के लिए केंद्र की दलितों का उल्लेख करते हुए कोर्ट ने स्पष्टीकरण मांगा है कि क्या किसी दूसरे विकल्प पर विचार किया गया था ताकि टीकाकरण अभियान को तेज किया जा सके