Sliderअन्य

बदल डालो सोने का ये अंदाज़, वरना सुबह का दर्द कभी पीछा नहीं छोड़ेगा…

Change this way of sleeping, otherwise the pain in the morning will never leave you...

Breaking Today, Digital Desk : क्या आप हर सुबह मांसपेशियों में दर्द और अकड़न के साथ जागते हैं? आपको लग सकता है कि यह उम्र बढ़ने या दिन भर की थकान का नतीजा है, लेकिन क्या आपने कभी अपनी नींद की मुद्रा पर विचार किया है? जी हाँ, जिस तरह से आप रात में सोते हैं, उसका सीधा संबंध आपकी सुबह की शारीरिक स्थिति से हो सकता है।

हम में से बहुत से लोग अपनी नींद की मुद्रा को ज़्यादा गंभीरता से नहीं लेते। हम बस बिस्तर पर लेट जाते हैं और सो जाते हैं। लेकिन अगर आपकी रीढ़ की हड्डी, गर्दन, और जोड़ों को रात भर सही सपोर्ट नहीं मिलता, तो सुबह उठते ही दर्द महसूस होना लाज़मी है।

नींद की गलत मुद्रा से क्या होता है?

जब आप गलत तरीके से सोते हैं, तो आपकी रीढ़ की हड्डी अपनी प्राकृतिक S-आकार की वक्रता खो देती है। इससे कुछ मांसपेशियों पर ज़्यादा दबाव पड़ता है और कुछ में खिंचाव आ जाता है। उदाहरण के लिए:

  • पीठ के बल सोना (लेकिन गलत तरीके से): अगर आप बहुत सपाट तकिए का इस्तेमाल करते हैं या आपका गद्दा बहुत नरम है, तो आपकी रीढ़ की हड्डी को सही सपोर्ट नहीं मिलता।

  • पेट के बल सोना: यह सबसे खराब मुद्राओं में से एक मानी जाती है। इससे आपकी गर्दन पर लगातार दबाव पड़ता है क्योंकि आपको सांस लेने के लिए अपना सिर एक तरफ घुमाकर सोना पड़ता है। यह पीठ के निचले हिस्से में भी तनाव पैदा कर सकता है।

  • करवट लेकर सोना (लेकिन गलत तरीके से): अगर आपके घुटनों के बीच तकिया नहीं है या आपका सिर बहुत ऊँचे तकिए पर है, तो आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी नहीं रहती।

लंबे समय तक इस तरह की गलत मुद्रा में सोने से केवल सुबह का दर्द ही नहीं, बल्कि पुरानी पीठ दर्द, गर्दन दर्द और यहाँ तक कि सिरदर्द जैसी समस्याएँ भी हो सकती हैं।

तो क्या करें? अपनी नींद की मुद्रा सुधारें!

अच्छी खबर यह है कि आप अपनी नींद की मुद्रा में सुधार करके इस दर्द को कम कर सकते हैं।

  1. पीठ के बल सोना: अगर आप पीठ के बल सोते हैं, तो एक ऐसा तकिया चुनें जो आपकी गर्दन को सहारा दे, लेकिन इतना मोटा न हो कि आपका सिर बहुत ऊपर उठ जाए। अपने घुटनों के नीचे एक छोटा तकिया रखना आपकी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से पर दबाव कम करने में मदद कर सकता है।

  2. करवट लेकर सोना: यह सबसे आम और अक्सर सबसे अच्छी मुद्रा मानी जाती है। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने के लिए अपने घुटनों के बीच एक तकिया रखें। आपके सिर और गर्दन के लिए एक ऐसा तकिया चुनें जो आपके सिर को कंधे के स्तर पर रखे।

  3. पेट के बल सोने से बचें: अगर आपको पेट के बल सोने की आदत है, तो धीरे-धीरे इसे बदलने की कोशिश करें। अगर एकदम से छोड़ना मुश्किल है, तो कम से कम एक पतला तकिया इस्तेमाल करें या बिना तकिए के सोएँ।

सही गद्दे और तकिए का चुनाव भी उतना ही ज़रूरी है। एक ऐसा गद्दा जो आपके शरीर को सहारा दे और तकिया जो आपकी गर्दन और सिर को सही अलाइनमेंट में रखे, आपके सुबह के दर्द को कम करने में जादुई साबित हो सकता है।

अगली बार जब आप सुबह उठें और दर्द महसूस करें, तो अपनी नींद की मुद्रा पर एक नज़र डालना न भूलें। हो सकता है कि जवाब आपके बिस्तर में ही छिपा हो!

Related Articles

Back to top button