
Breaking Today, Digital Desk : दिल्ली में प्रदूषण की समस्या कोई नई बात नहीं है। हर साल सर्दियों आते ही दिल्ली की हवा में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसी को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है। दिल्ली के मंत्री सिरसा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर जमकर निशाना साधा है और एक बड़ा सवाल खड़ा किया है: क्या पिछले 10 साल से जो हवा प्रदूषित हो रही है, उसे सिर्फ 7-8 महीनों में साफ किया जा सकता है?
यह सवाल वाकई सोचने पर मजबूर करता है। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लंबे समय से एक गंभीर चिंता का विषय रही है। प्रदूषण के पीछे कई कारण हैं – वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों का प्रदूषण, पराली जलाना और निर्माण कार्य। इन सभी कारकों ने मिलकर दिल्ली की हवा को इतना जहरीला बना दिया है कि यहां के लोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
सिरसा का कहना है कि AAP सरकार पिछले 10 सालों से दिल्ली में है, लेकिन इस दौरान प्रदूषण को रोकने के लिए कोई ठोस और दीर्घकालिक योजना नहीं बनाई गई। उनका आरोप है कि हर साल प्रदूषण बढ़ने पर ही सरकार हरकत में आती है और कुछ दिखावटी कदम उठाती है, जिनका कोई खास असर नहीं होता। उन्होंने सवाल किया कि अगर सरकार वाकई गंभीर है, तो पिछले 10 सालों में क्या किया? सिर्फ कुछ महीने काम करके क्या दशकों की गंदगी साफ हो सकती है?
इस बात में दम है कि प्रदूषण एक जटिल समस्या है और इसे रातों-रात ठीक नहीं किया जा सकता। इसके लिए लगातार प्रयास और एक मजबूत रणनीति की जरूरत होती है। इसमें सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि हम सभी नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। हमें अपने स्तर पर भी प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाने होंगे, जैसे सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करना, पेड़ों को बचाना और कूड़ा न जलाना।
अब देखना यह होगा कि आम आदमी पार्टी इन आरोपों का क्या जवाब देती है और क्या दिल्ली इस बार एक साफ हवा में सांस ले पाएगी।





