
Breaking Today, Digital Desk : समाज में रिश्तों की एक पवित्र और अटूट मर्यादा होती है, जिसमें माँ का स्थान सर्वोपरि माना जाता है। लेकिन तब क्या हो जब नियति कुछ ऐसा खेल रचे कि यही सबसे पवित्र रिश्ता एक ऐसी उलझन में फँस जाए जिसकी किसी ने कल्पना भी न की हो? यह एक ऐसी ही अविश्वसनीय और दिल दहला देने वाली कहानी है जहाँ एक माँ अनजाने में अपने ही जैविक बेटे से शादी कर लेती है।
यह कहानी उस माँ की है जिसे सालों पहले किसी मजबूरी के चलते अपने जिगर के टुकड़े को खुद से अलग करना पड़ा था। वक्त का पहिया घूमता रहा और वह अपने इस गम को सीने में दफन कर आगे बढ़ गई। दूसरी ओर, उसका बेटा एक अलग माहौल में पला-बढ़ा, इस बात से पूरी तरह अनजान कि उसे जन्म देने वाली माँ कौन है।
कई साल बाद, जब दोनों की जिंदगी के रास्ते एक-दूसरे से टकराए, तो उन्हें एक-दूसरे के प्रति एक अजीब सा और गहरा खिंचाव महसूस हुआ। वे दोनों ही इस अपनेपन की वजह समझ नहीं पाए और इसे प्यार का नाम दे बैठे। यह रिश्ता इतना गहरा हो गया कि उन्होंने समाज के सामने एक-दूसरे को पति-पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया और शादी के बंधन में बँध गए।
उनकी शादीशुदा जिंदगी सामान्य रूप से चल रही थी, लेकिन एक दिन सच का ऐसा भयानक तूफान आया जिसने उनकी दुनिया को तहस-नहस कर दिया। परिवार के पुराने राज़ या किसी रिश्तेदार के माध्यम से जब उन्हें यह पता चला कि वे पति-पत्नी नहीं, बल्कि माँ-बेटा हैं, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जिस रिश्ते को वे प्यार और अपनेपन का आधार मान रहे थे, वह समाज की सबसे बड़ी वर्जनाओं में से एक निकला।
यह खुलासा उन दोनों के लिए किसी मानसिक और भावनात्मक प्रलय से कम नहीं था। वे एक ऐसे सच के सामने खड़े थे जिसने न केवल उनके रिश्ते, बल्कि उनके वजूद पर भी सवाल खड़ा कर दिया था। यह घटना इस बात का एक दुखद उदाहरण है कि कैसे जीवन की अनपेक्षित परिस्थितियाँ और अनजाने रहस्य इंसानी रिश्तों को सबसे कठिन मोड़ पर लाकर खड़ा कर सकते हैं। कई बार ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं, जिनमें से कुछ स्क्रिप्टेड या काल्पनिक भी पाई गई हैं, लेकिन यह दुखद कहानी उन दुर्लभ और त्रासद घटनाओं से प्रेरित है जो मानवीय रिश्तों की जटिलता को दर्शाती हैं।






